नहीं आये कविताई,कवितायेँ मगर लिखता सृजन हो चाहे जैसा भी, कोशिश मैं यही करता जतन करते कई साहित्य में, दमके सितारों से यही चाहत इसी कोशिश, के पीछे सदा रहता ©प्रभात शर्मा कविता दिवस #WorldPoetryDay