मसरूफ़ हूं इक आगाज़ में मेरे ख़ामोश लब को बुझा राख़ ना समझिए महफ़िल बन आऊंगा ज़रा रात को और तो ढलने दीजिए #कामिल_कवि #कुनाल #yqbaba #yqdidi #kunu #positivevibes