कभी जब करना बहुत कुछ चाहते हो लेकिन कुछ कर नही सकते।। कभी जब सभी परिस्थितियाँ अनुरूप होते हुए भी, बस देखते ही रह जाते।। कभी जब आप उसके क़ैदी होते हो, । कभी जब आप उस ' विधाता ' के बंदी होते हो।। कभी जब इंतजार और सब्र ही केवल रास्ता बचता हो।। कभी जब जीवन ही असहाय सा लगता हो।। ©Afzal Mushtaq ईश्वर के बंदी