हा .....सारी गलती मेरी ही हैं , मैं लड़की जो हूँ , सिर को झुका क़े, चलती क्यूँ हूँ , नजरे तो उनकी गंदी, मैं क्या करू घूरती नजरों को मैं ,कब तक सहूँ , किसको कहू ,और किसकी सुनू चुप ही रहती हूँ, लड़की जो हूँ #respectwomen #respecthumanity please like and follow me if you love my thoughts and poetry