बचपन की दुनिया, रहती बड़ी मासूम है, लगती हर मस्ती भी, होती बड़ी नादान है, सुबह भी खुशीसे मानो ,होती खिलिखिली है, वो साथ मै पल महकते खेलते,होती शाम भी निराली है, ये वक्त रेत सा फिसलता जल्दी, रहती साथ बस याद है. बचपन #यादे बचपन के नाम