कभी कभी कुछ हार भी, जाना चाहता हूँ, अपनों के लिए, हर बार जीत जाऊ तो बात ही क्या, कभी देखु मुस्कान उनके चहरों पे, बेजान है जिन्दगी तो इंसान ही क्या, लब पे दुआ और दर्द भी है जमाने के, थोड़ी सी अगर मैं मुस्कान दे दूँ तो गम ही क्या. #nojoto #sayri #followeformore #dailypoet