Nojoto: Largest Storytelling Platform

अग्नि वायु व्योम जल थल मेरे सब आयाम हैं मृत्यु ज

अग्नि वायु व्योम जल थल मेरे सब आयाम हैं  
मृत्यु जीवन है सनातन ना कोई विराम है 
मोह मे फिर देह की बंदी बना क्यों मन बात 
शून्य सा व्यापक चरित था क्यु सिमटता जा रहा

©Nadbrahm
  #NadBraham #eternal #voice