ज़लज़ला ----------- ताश का महल था झूट की दीवारें थी बेईमानी का जोड़ था नींव लापता हवाएँ रिश्वतखोर थीं ज़लज़ला आ गया अचानक हिल गया राजमहल ढह गया ताशमहल। कमला सिंह "जी़नत" #qismat#kavita#jaljalaa