हमारी प्यारी हिन्दी संस्कृत के गर्भ से निकली देवनागरी में पनपी पली बढ़ी तुम सब में सैदव अतिविशिष्ट रही सबसे ऊपर के सोपान पर हमेशा तुम रही विराजमान! जितनी भी रही तेरी सखी सहेली अवधी, उर्दू, बृज, खड़ी, चाहे मैथिली! समस्त भारतीयों को #हिंदीदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi