पाक पवित्र थी जो ज़माने के लिए, बाज़ारू बन बैठी किसी अपने के लिए बे-दाग़ आँचल उस मासूम का, कौड़ियों के दाम बिक गया प्यार के लिए #पवित्र #बाज़ारू #बेदाग़_आँचल #प्यार #yqdidi #yqbaba Photo credits: fine art america