और बार बार इस सोच को लिए फिर वो क्यूँ विलगता की ओर फिरसे चले जाते हैं माना ये मन बड़ा बावरा है, मगर क्यूँ वो समदृष्टि हो सुदृढ़ अवस्था को क्यों भूल के नीचे चले जाते हैं जब साथ देने का वादा उम्र भर किया है तो हमसे क्यूँ बार बार वो शक कर रुष्ट हो जाते हैं। सुप्रभात। ज़िन्दगी के साथ बहते जाते हैं ज़िन्दगी का साथ हम निभाते हैं... #ज़िन्दगीकेसाथ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi