मुझसे तुम दूर हो,फिर भी तेरी मिलन की खुशबू मुझमे कही है बाकी । मेरी हर बातो पर तुम्हरी मीठी सी मुस्कान मुझमे कही है बाकी । तेरी मीठी सी मुस्कान पर,मेरे दिल की धड़कनो का बढ़ जाना मुझमे कही है बाकी । मेरी धड़कनो का बढ़ना,तेरी धड़कनो का भी बढ़ना यही सिलसिला है जारी....... कही तुझमे बाकी,कही मुझमे बाकी।। मुझमे कही है बाकी