चांदनी की कलम बनाकर इक खत लिखूंगी रब के नाम बादलों को दूत बनाकर भेजूंगी उसके गांव सुना है उसे भूलने की बहुत आदत है याद आऊंगी बहुत जब पर्वतों पर लिखूंगी उसे सलाम ।। #nojotohindi#रब#याद#कविता#poetry