दिललगी..... दिललगी कर ली वेबजह उनसे हमने चाह की आह से आजतक कराहते तुम ना करना ये नसीहत है तुमको कराहते रहोगे पूछेंगा ना कोई तुमसे... कुमार दिललगी......