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मज़हब-ए-इश्क़ में हाफ़िज़-ए-क़ुरान उसे कहते हैं, जिसे

मज़हब-ए-इश्क़ में हाफ़िज़-ए-क़ुरान उसे कहते हैं,

जिसे अपने यार की सूरत 'रूह से हिफ़्ज़' हो जाए।

©Rizwan Ahamad Faizi #मज़हब-ए-इश्क़ में #हाफ़िज़-ए-क़ुरान उसे कहते हैं,

जिसे अपने #यार की सूरत 'रूह से हिफ़्ज़' हो जाए।
#Love #mohabbat #Dil #SAD 
#Texture
मज़हब-ए-इश्क़ में हाफ़िज़-ए-क़ुरान उसे कहते हैं,

जिसे अपने यार की सूरत 'रूह से हिफ़्ज़' हो जाए।

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जिसे अपने #यार की सूरत 'रूह से हिफ़्ज़' हो जाए।
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