रोजी-रोटी प्रेम-शादी ये इंसानी जीवन की जरूरतें ही ! सिर्फ़ इन्हीं के इर्द-गिर्द घिसटती ज़िंदगी मुकम्मल नहीं !! जिंदगी जानवरों की होती है कमोबेश ऐसे ही ! इंसान के सर है ज़िम्मेदारी जगत संचलन की !! #life #aaveshvaani #इंसानकीज़िन्दगी