ज़ख्म तेरे बीते हुए ज़ख्म पर छूरी बनकर ना चलूं बस रब से दुआ हैं कि तेरे ज़ख्म का मलहम बन कर तेरे संग चलूं। (रेखा) ज़ख्म नोजोटो अनुभव ब्रजेश कुमार ✒ ✒