तेरे जाने में और आने में हमने सदियों का फ़ासला देखा तेरी आँखों में हमने क्या देखा कभी क़ातिल कभी ख़ुदा देखा दिल के दीवार-ओ-दर पे क्या देखा बस तेरा नाम ही लिखा देखा हाय अंदाज़ तेरे रुकने का वक़्त को भी रुका रुका देखा तेरे जाने में और आने में हमने सदियों का फ़ासला देखा फिर न आया ख़याल जन्नत का जब तेरे घर का रास्ता देखा हाय अंदाज़ तेरे रुकने का वक़्त को भी रुका रुका देखा फिर न आया ख़याल जन्नत का जब तेरे घर का रास्ता देखा ##सुदर्शनफ़ाकिरसाहब #SunSet