तेरे इंतज़ार में ऐ सनम, उदासियों में बीती ये शाम है। मुश्किल था तुझ बिन जीना मेरा, ज़िंदगी तेरे नाम है। एक अरसा बीत गया, इंतज़ार में तेरी राह तकते तकते। अब तो बस मेरी आँखों में आँसू और होंठों पे जाम है। 🌝प्रतियोगिता- 212🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"उदासी"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I