सफ़र सफ़र में जो तू मिला, हमसफ़र सा हो गया ज़माने को न जाने किस बात का डर हो गया। दो पल की थी मुलाक़ात वो वो इश्क़ ना कामिल हुआ, एक पल को लगा तू ज़िंदगी पर भीड़ में मै खो गया। आज भी न जाने मै कहां धुआं धुआं सा खो रहा होश में लाने खुदको फिर से बेहोश हो रहा। तूने नहीं बेवफ़ाई की, ये मै था जो हरजाई बना, न तू मेरी बन सकी.. न मैं तेरा बन सका।। ©Suraj singh fans club 💞💞 #Love #Life_experience #Life_A_Blank_Page #author #Aithbar #poetry_addicts #P_S_Poetry #safar