#हलात# कभी तू मेरी जिंदगी से ज्यादा खास थी लेकिन तू समझी मेरी जज्बात नहीं। तुझे लगता है तुम्हें समझते नहीं पगली तू मुझे समझ पाये ये तेरी औकात नहीं। तेरे बारे में सोचना तो दूर है अब मेरा किसी भी जनम होगी मुलाकात नहीं। तुमसे ज्यादा अब मुझे मेरा लक्ष्य प्यारा है जिसे मेरी मेहनत पसंद है हलात नहीं। ©Abhishek Kumar Pandey heartless_poet