जो मैं सच कह दूँ ,तुम मान जाओगी क्या... आज की तरह ही,कल भी मेरा साथ निभाओगी क्या ... अगर मैं कहूँ कि, तुमसे होती मेरी हर मुलाकात,अच्छी लगती है, तुम्हारी होठों पे आती हर बात,अच्छी लगती है, तुम जो हर रोज यूं ही बेपरवाह,बेवजह मुझसे लङ पङती हो, तुम्हारी उन शरारतो में गुजरती, हर शाम अच्छी लगती है, जो मैं करूँ जिक्र,अपनी हर सही-ग़लत बातों का, तुम मेरे हाथों को थाम पाओगी क्या... तुम आज की तरह ही, कल मेरे साथ रह पाओगी क्या... अगर मैं बता दूँ कि, मुझसे जुडी प्यार के सवाल का जवाब,तुम होती हो, मेरी हर दुआ और इबादत की तलाश,तुम होती हो, मैं जो फिरता रहता हूँ आवारा, तुम्हारी गलियों में, मेरे उन आवारा पलों का इंतजार, तुम होती हो, जो मैं कह दूँ तुमसे, अपने इंतजार का सच्चा किस्सा, तुम मेरे वो जज़्बात समझ पाओगी क्या... आज तुम जैसे मिली हो मुझसे, कल वैसे ही फिर मिल पाओगी क्या... जो मैं कह दूँ कि, मेरी दोस्ती जो थी तुमसे, वो बरसों पहले अपना दम तोड़ चुकी है, तुम्हारी हर बेबाक सी अदाओं से,ये प्यार का रिश्ता जोड़ चुकी है, जिक्र जो करता हूँ मैं कभी-कभी तुमसे, अपने प्यार का अधूरा किस्सा, उस कहानी के लफ्ज़ों में शामिल, मेरी रानी तू बन चुकी है, जो मैं कर दूँ बयान, उस कहानी का हर अधूरा किस्सा, तुम उसे पूरा कर पाओगी क्या... आज की तरह ही तुम, कल मेरा साथ निभाओगी क्या... #nojoto#nojotohindi#nojotopoetry#nojotolove#सच#प्यार#एहसास#love#poem#कविता जो मैं सच कह दूँ ,तुम मान जाओगी क्या... आज की तरह ही,कल भी मेरा साथ निभाओगी क्या ... अगर मैं कहूँ कि, तुमसे होती मेरी हर मुलाकात,अच्छी लगती है, तुम्हारी होठों पे आती हर बात,अच्छी लगती है, तुम जो हर रोज यूं ही बेपरवाह,बेवजह मुझसे लङ पङती हो, तुम्हारी उन शरारतो में गुजरती, हर शाम अच्छी लगती है, जो मैं करूँ जिक्र,अपनी हर सही-ग़लत बातों का,