Nojoto: Largest Storytelling Platform

, ग़लती मानना ही क्यों! अपनी ग़लती माने कौन... ग़लत

, ग़लती मानना ही क्यों! अपनी ग़लती माने कौन...
ग़लती मानना ही क्यों!
जो सुधारनी पड़े 
वो बिगाड़ना ही क्यों,
होश, नोश, दोष छोड़ो,
उजाड़ना ही क्यों,
फटे को उधेड़-उधेड़
सिलना ही क्यों!!
, ग़लती मानना ही क्यों! अपनी ग़लती माने कौन...
ग़लती मानना ही क्यों!
जो सुधारनी पड़े 
वो बिगाड़ना ही क्यों,
होश, नोश, दोष छोड़ो,
उजाड़ना ही क्यों,
फटे को उधेड़-उधेड़
सिलना ही क्यों!!
shree3018272289916

Shree

New Creator