#OpenPoetry आईने में खड़ा शख्स तुझे अच्छे से जानता है, तू लाख भला बन जा किसी और की नज़र में, मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा, आईने में खड़ा शख्स तुझे अच्छे से जानता है, . तू लाख भला बन जा किसी और की नज़र में,