आँखें मूंदूँ तो तेरा चेहरा याद आता है, बन्द आँखों में तेरी तस्वीर सजाए बैठी हुँ खुली आँखों में तदवीर छुपाए बैठी हुँ लॉक डाउन खुला तो पर्चियां थमा दूगी..! पर्चियां