मेरी रूह को वफ़ा के झांशे मैं लेकर मरोड रहा था कोई... मेरे दिल को मोहब्बत के चाबुक से तोड़ रहा था कोई.! मैं भी ज़िन्दा था कुछ वक़्त पहले,, खुसबू मुझ मैं भी फूलों जैसी थी... मेरे रूह की खुसबू प्यार से उस वक़्त निचौड़ रहा था कोई..!! - रोहित शैव Pakhi Gupta Payal Singh Nojoto isk #NOJOTO