#बेचैनकलम ........... ✒✒ माँ, मेरे जूते नहीं मिल रहे हैं," मैंने गुस्से में आकर माँ से कहा। अरे बेटा, वो तो मैंने धो दिए थे। तू पापा के जेते पहन ले।" माँ पुचकारती हुई बोली. बेमन से मैंने पापा के जूते पहने और जैसे ही चलने के लिए कदम बढ़ाया, तो एहसास हुआ कि पापा के जूतों में पाँव रखना इतना आसान नहीं ..... "तलवा जमीन छू रहा था" !! मेरे जूते...