मेरा शब्दों से रिश्ता बेकल है परिमार्जित भाषा से सकल है परिमुक्त हैं शब्द मेरे,यथार्थ है शब्दविन्यास से ही परमार्थ है शब्द मेरे मात्रमाध्यम नहीं है जीवन,मतांतरण,विवरणी है शब्द के असुर को साधना है शब्दावली से रचित वंदना है मेरी कविता।। सुप्रभात। मानव का शब्दों से रिश्ता बहुत पुराना है। #शब्दोंसेरिश्ता #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #poetry #musings