जंग भरी ज़िन्दगी झुर्रियाँ आज भी उसकी जुल्फों मे बदल जाती हैं, जब भी वो सिंदूर से मांग सजाती है, जवानी में तो सिर्फ आकर्षण होता है साहब, सच्ची मोहब्बत तो बुढ़ापे में नजर आती है .... #जलज राठौर झुर्रियाँ आज भी उसकी जुल्फों मे बदल जाती हैं, जब भी वो सिंदूर से मांग सजाती है, जवानी में तो सिर्फ आकर्षण है साहब, सच्ची मोहब्बत तो बुढ़ापे में नजर आती है .... #जलज