हमेशा से ही सीरत पर भी रहे ध्यान !! पर पहले सूरत पर दे व्यख्यान !! १ !! आज-कल बातों से ही चरित्र देखता है बहुत ही अज़ीब होता है इंसान !! २ !! मेरी गलती को वो अब गुनाह न मानती अगर मेरी भावना का होता ज्ञान !! ३ !! सिर्फ उसकी जीत के लिए मैं हार गया क्या मुझे हराना है इतना आसान !! ४ !! "कुंदन-ए-जेवर" से जब सज के निकले दिखने में गजब ही लगे ऐश्वर्यवान !! ५ !! ― कुंदन #सीरत #ध्यान #फ़ासला