संसद का बजट सत्र भले ही तय समय से 1 दिन पहले समाप्त हो गया हो लेकिन कुछ मिलाकर व सुचारू रूप से चलाई है इसलिए लो लेकिन होने के असंतोष का विषय है क्योंकि संसद के पिछले सत्र हंगामे से 24 हुए इसके चलते ना तो राष्ट्रीय महत्व के विषय में व्यापक चर्चा हो सकी है और ना ही प्रस्तावित विधेयक पारित हो सके इसमें विस्तृत नहीं किया जाना चाहिए किसी कालीन सत्र में राज्यसभा में महान होने के चलते सत्र की समाप्ति में सभापति वह क्या यह नया डू की नाखुशी जताते हुए कहना पड़ा कि उसे संसद में इस बार अपनी क्षमता में बहुत कम कम कम इसकी भी अनदेखी नहीं की जा सकती मानसून सत्र किसी तरह से इस कारण बर्बाद हो गया है कि विपक्षी अपने संसाधनों को लेकर संसद के भीतर बाहर हंगामा करते हैं जिन्हे उन्हें आंसू भी आचरण के लिए निलंबित किया गया इस हंगामे के जरिए विपक्षी एक तरह से आरके साबित करने की कोशिश कर रहा है ऐसे में दावे को स्वीकार नहीं किया जा सकता कि नहीं बल्कि विधानसभा मंडल को भी गलत संदेश जाता है क्या बोल सकते हैं कि अभी हाल ही में बंगाल विधानसभा में किस तरह की हिंसा हुई यह महत्वपूर्ण है कि संसद के बजट सत्र में लोकसभा में उसके उत्पाद 100% से अधिक विधानसभा चुनाव विधायक को हरी झंडी दिखाई और उत्पादन 99% दर्ज की गई है यह देनी होगी ©Ek villain #संसद का सफल शास्त्र #Love