*उत्तरदायित्व* समाज की विषमताओं के लिये, भूखे नंगे बदहाल के लिये, उत्तरदायित्व है किसका, स्वयं मानव का या समाज का उत्तर कौन दे सकता है इसका मूक भ्रमित विश्वास का सृष्टि का सुन्दरतम् प्राणी , मनुष्य बुद्धि विवेक को धारण करने वाला बन्धन मुक्त हो जीने की अभिलाषा लिये अठन्नी की चकरघिन्नी में घूमता हुआ पाता है स्वयं को विदीर्ण अंखलाओं में उलझा हुआ बन्धु - बान्धवों से सम्बन्ध जोड़ कर स्वयं को गिराता है अपनी नजरों से पवित्र आत्मा को कष्ट दे दुष्कर्मों में लग जाता है मनुष्यता के परे इसका उत्तरदायित्व है किसका मुझ इन्सान और आप सबका । #उत्तरदायित्व #yqbaba #yqdidi #life #समाज #yqquotes #zindagi #yqhindi