एक-एक पंक्ति में इतना भाव और मर्म भरा है कि हर पंक्ति की एक-एक पृष्ठ में व्याख्या की जा सके! उनके साहित्य को पढ़ कर, उनके पात्रों की अच्छाइयों को काश हम अपना सकें और पूरे समाज में फैले, तभी हमारे पढ़ने-पढ़ाने ओर लिखने की सार्थकता है! उपन्यास सम्राट प्रेमचंद को कोटि-कोटि नमन!जब तक यह सृष्टि है यह मानव जाति है पुस्तकें हैं प्रेमचंद का साहित्य अमर और अमिट रहेगा!ऐसा कालजयी और रुचिकर साहित्यहै उनका!सभी से गुज़ारिश है प्रेमचंद का साहित्य अवश्य अवश्य पढ़ें और अलौकिक आनंद में डूब जाएं!!! #मुंशी प्रेमचंद#०१.०८.२०#३४९ #SilentWaves