Nojoto: Largest Storytelling Platform

समरस हुए शांत सानिध्य में विरह वेदना महलों में उजि

समरस हुए शांत सानिध्य में विरह वेदना
महलों में उजियाली छाई हुई उन्मद संवेदना
बिरखती छलकती मटकाती हर्षाती पुरवा
चित पावन करती मदमस्त गंध
जाने किसी के आने का न्योता दे रही हो... #BuddhaPurnima #poem #Shayari #Hindi
समरस हुए शांत सानिध्य में विरह वेदना
महलों में उजियाली छाई हुई उन्मद संवेदना
बिरखती छलकती मटकाती हर्षाती पुरवा
चित पावन करती मदमस्त गंध
जाने किसी के आने का न्योता दे रही हो... #BuddhaPurnima #poem #Shayari #Hindi