जो गर न आएगा सो जाएगा, किस बात की चिंता करते हो, जिसे सोचकर मन घबराएगा, तसल्ली बस होती है मन की, भीतर से तन मन को लाएगा, इक आस बचेगी लालसा की, तब वही दर्शन बन भरमाएगा। 64/365 सुप्रभात। समय का सम्मान, जीवन का सम्मान है। क्योंकि जो पल गुज़र गया वो फिर लौट के नहीं आता। #येलम्हा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi