तेरी उगली वो काफल की गुठलियां बड़ी शिद्दत से चखी हैं मैंने.. * तेरे घर की वो बंद खिड़कियां बहुत देर तलक तकी हैं मैंने.. ** अंत मेरा हो, तो हो तुझमें ही साजिश कुछ ऐसी रची है मैंने *** किया है सदा बेपरवाह इश्क जिन्दगी ऐसी ही जी है मैंने! **** (काफल- एक पहाड़ी गुठलीदार फल) #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqdada #yqdiary