मेरे अल्फाज जब मेरी आंखें और चेहरा बयां नहीं कर सकते, मेरे जज़्बात मेरे हालात, तब मेरे अल्फ़ाज़ उनकी आवाज बनते हैं। और जब मेरी आंखें और चेहरा छुपा नहीं सकते, मेरे जज्बात मेरे हालात, तब मेरे अल्फाज उनके इर्द गिर्द एक झूठी पर मजबूत दीवार बनते हैं। जब मेरा दिल और दिमाग संभाल नहीं सकते, मेरे जज्बात मेरे हालात, तब मेरे अल्फाज मेरे दोस्त बनते हैं। सालों पुराना रिश्ता है मेरे अल्फाज से कि, अब मेरे किसी भी हालात में मेरे जज्बात समझ लेते हैं। ✍️✍️ #मेरेअल्फ़ाज़ #mypoems #inspiredbyyqdidi #yqdidi #yqbaba #grishmapoems #napowrimo #napowrimo2020bygrishma