तरस गए हम... रोशनी को, ज़िन्दगी को जलते रहे ये दो नयन और बर्फ़ होठों पर! मजबूरियाँ मुठ्ठी भर दूरियों की एक उमर और स्यान रात ये उतर गई आँचल में अँधेरों का ये सफ़र और चाँद फ़लक पर रहा हमसे बेख़बर तरस गए हम ख़ुद से मिलने को। #तरसगए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #toyou #yqmoon #yqlove #yqhelplessness