"सच ही कहते हैं लोग" नशे को ज़िन्दगी,और ज़िन्दगी को धोखा समझकर जीता है। कौन दिल जला है जो, दिल टूटने के बाद ख़ुद के लिए जीता है। "सच ही कहते हैं लोग" दूध का जला तो मट्ठा भी फूंक फूंक कर पीता है। ©Anuj Ray "सच ही कहते हैं लोग"