न ख़याल-ओ-ख़्वाब,न लफ़्ज़ हैं, कोई गीत कैसे लिखूं बता ! जो जुदा हो दिल से भी धड़कनें, तो मैं किस तरह से जियूं बता ! मुझे शोके-ग़म तो न था मगर, मिले ग़म ही ग़म क्या करूं बता ! कोई पूछे गर क्यूं उदास है? तो किसी क्या मैं कहूं बता ! मैं हूं आइना, तो फिर तोड़ दे, या मैं पत्थरों सा बनूं बता ! #yqaliem #kyalikhunbata #zindgi #aaina #ishq #uljhanein #relationships