दिल की रंजिशों का दौर कहां कब ख़तम हुआ, प्रेम औेर आदमियत। इतिहास में दफन हुआ। वहशी और क्रूर हुई मन आदम की संतानें अब। लाखों निर्भयाओं का फिर छलनी बदन हुआ।। दिल से रंजिशें न गईं... #रंजिश #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi