उम्मीद- कई सालों से देख रही हूं मंदिर के बाहर एक कोने में बैठी अस्सी के आसपास होती उम्र की उस वृद्धा को । जिसे होती है उम्मीद कि आने-जाने वाले भक्तों से इतना तो मिल ही जाएगा उसे जिससे निकल जाएगी रात आधा-दूधा खाकर परिवार की। #उम्मीद