ज़रूरी है ए ज़िंदगी तू मुझे उड़ने दे.... गिरती हूं तो गिरूं फिर उठने की हिम्मत दे, उस आसमानों के ऊंचाइयों पर मेरे नाम लिखने दे, ए ज़िंदगी तू मुझे उड़ने दे.... इस हवाओं के साथ साथ थोड़ी दूर जाने दे, आपनी पहचान ढूंढ लूं बस तू मुझे थोड़ी सी छुट दे, ए ज़िंदगी तू मुझे उड़ने दे.... मेरे सपनों को करीब से देख लूं ज़रा तू इजाज़त दे, बेड़ियां तड़ कर उड़ जाऊं अब तू मेरे साथ दे, ए ज़िंदगी तू मुझे उड़ने दे.... ©Anuradha dey ए ज़िंदगी तू मुझे उड़ने दे...