यूँ तो ज़माने में शोहदे कहलाते हैं जनाब, पढ़ जाए किसी महज़बीं की नाफ़ पर नज़र दफ़अतन, नज़रे झुकाकर निकलते हैं। _ दफ़अतन-अचानक suddenly Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "नाफ़" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको मैं अपने प्रोफाइल से testimonial करूंगा! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।