सागर" सा "अथाह" प्यार मेरा , सूने "आकाश" सा "अहसास" तेरा । खोजे "राही" मन का "किनारा", डूबती "कश्ती" को दे दे तू "सहारा" ।। रचना "राही" सागर सा प्यार