आँखों में उम्मीद थी और दिल में थी आशा तन मे थी रँगत पर चहेरे पे थोडी निराशा कोई तो साथ है मेरे एसी हुई आज दीलासा हारा नही हु आज भी करने की है कुच जिज्ञासा #zindagi na milegi #dobara