White यहाँ सूरज की तपिश बर्दाश्त नहीं। कभी सूरज की कमी बर्दाश्त नहीं। हम इंसान भी अजीब होते हैं तन्हा। कभी जमीन तो कभी आसमां बर्दाश्त नहीं। ©तन्हा शायर #Sad_Status shayari on love sad shayari