यूँ तो मैं दिल करता है कि कहीं गुम हो जाऊं किसी सुकून भरी खामोशी में यादों से परे ,कोई लम्हा मिले सदियों से लबरेज़ ,बेहोशी में हां दिल करता है बहुत की ..कहीं गुम हो जाऊं यूँ तो मैं ,हूँ ही कहाँ !! #पारस #शायरी #तन्हाई