अकेली जिंदगी (कविता) तेरा यूँ परवाह करना मेरी तुझे मेरे दिल के और भी करीब लाने लगा है, तेरे बात करने का हर एक अंदाज मेरे दिल को धीरे-धीरे भाने लगा है। तुझे देखकर मेरे दिल की धड़कनों का धड़कना जैसे बढ़ने लग जाता है, चाहने लगा है दिल तुझे और मुझसे तेरे इश्क़ की सिफारिश करने लगा है। चाहत बन कर मेरी बेरंग सी जिंदगी में तू धीरे धीरे प्यार के रंग भरने लगा है, मंजूर हो जाए तेरे इश्क की सिफारिश अब मेरा दिल भी यही चाहने लगा है। तू साथ होगा तो मेरी अकेली जिंदगी का हर पल हसीन बनता चला जाएगा, कट जाएगा जिंदगी का हर मुश्किल रास्ता तेरे संग मेरा जीवन संवर जाएगा। #अकेली जिंदगी (कविता) #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #KKPC21 #विशेषप्रतियोगिता