गौर फरमायें...... अभी ज़िंदा हूँ तो सिरदर्द बने हैं लोग, गर मर जाउँ तो हमदर्द बन जाएंगे ॥ मुझमें दिखती हैं इनको लाखों कमी, गर मर जाउँ तो ये खूबी ढूंढ लायेंगे !! अभी रास्ते में हूँ तो कोई वास्ता नही है मुझसे, जब मिल जायेगी मंजिल तो ये सब, मुझसे अपना रिश्ता बतायेंगे !! ©Sachin Chaudhari #हमदर्द #सिरदर्द #Journey